Page Nav

HIDE

Gradient Skin

Gradient_Skin

Pages

बड़ी ख़बर

latest

धमतरी में बेमौसम वर्षा से तैयार हो रही धान फसल को नुकसान का अंदेशा

धमतरी। बेमौसम वर्षा से अंचल में तैयार हो रही धान, चना, गेहूं समेत अन्य दलहन-तिलहन फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि जिले के...


धमतरी। बेमौसम वर्षा से अंचल में तैयार हो रही धान, चना, गेहूं समेत अन्य दलहन-तिलहन फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि जिले के 90 प्रतिशत किसानों के खेतों में चना समेत दलहन-तिलहन फसल पककर तैयार है। अधिक वर्षा होती है, तो फसल खराब हो जाएगी, इससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है।

जिले के धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी ब्लाक के किसानों ने इस साल रबी सीजन में बढ़-चढ़कर धान के बदले चना, गेहूं व अन्य दलहन-तिलहन फसल लगाए है, जो मार्च माह के अंतिम सप्ताह में खेतों में पककर तैयार है। चना फसल की कटाई-मिंजाई अंचल में जोरों पर है। किसान व मजदूर व्यस्त है। जिलेभर के 10 हजार से अधिक किसानों ने इस साल अपने खेतों में चना फसल लगाकर समर्थन मूल्य पर बेचने कटाई-मिंजाई में जुटे हुए है, इस बीच 21 मार्च की रात अचानक मौसम में बदलाव हुआ। आंधी-तूफान के साथ बूंदाबांदी हुई। बेमौसम हुई बारिश ने दलहन-तिलहन फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि अधिक बारिश होती है, तो उनके चना व गेहूं फसल खराब हो जाएगा। किसानों ने बताया कि यदि अधिक बेमौसम वर्षा होती है तो चना व गेहूं समेत अन्य दलहन-तिलहन का उत्पादन काला पड़ जाएगा और बाजार में उनके उत्पादनों को कम दाम मिलेगा या बेचने के लिए दिक्कतें होगी। मालूम हो कि अंचल में पिछले तीन दिनों से खराब मौसम का दौर जारी है। 20 मार्च को दोपहर में बादल वाला मौसम बना रहा। बेमौसम वर्षा होने की आशंका थी। खराब मौसम के चलते तापमान का पारा 34 डिग्री तक नीचे आ गया है। तापमान में अन्य दिनों की अपेक्षा चार डिग्री कम हुआ है। इससे तेज गर्मी और धूप से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है।आम के पेड़ों में इस साल विकास चक्र के चलते उत्पादन कम है। फिर भी कई किसानों के पेड़ों पर आम फल लदा हुआ है। इसी तरह वनांचल क्षेत्र में महुआ पेड़ों में फल लदा हुआ है। इमली भी फलों से लदा है। पेड़ों में फल तैयार होने लगा है। यदि बेमौसम वर्षा होती है, तो यह भी पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी








No comments