रायपुर। राजधानी में मध्यप्रदेश और हरियाणा-पंजाब की शराब खप रही है। इसकी तस्करी में कई गिरोह लगे हैं। सुनियोजित ढंग से राज्य के बॉर्डर से होत...
रायपुर। राजधानी में मध्यप्रदेश और हरियाणा-पंजाब की शराब खप रही है। इसकी तस्करी में कई गिरोह लगे हैं। सुनियोजित ढंग से राज्य के बॉर्डर से होते हुए सामान रायपुर तक पहुंच रहा है। नकली होलोग्राम बनाने में भी ऐसे ही गिरोह का हाथ है। आमानाका इलाके में शराब तस्करी गिरोह से जुड़े तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों के पास से बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब बरामद हुई है। ये शराब मध्यप्रदेश की है।
पुलिस के मुताबिक, कुम्हारी की ओर से क्रेटा और शिफ्ट डिजायर कार आ रही थी। इसमें शराब होने की सूचना पर आमानाका पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों कारों की घेराबंदी करके चंदनडीह ओवरब्रिज के पास पकड़ लिया। दोनों कारों में सवार पंडरी निवासी भावेश पांडेय उर्फ लाला, सुजीत तिवारी उर्फ लाला और गुढ़ियारी के दीपेश भंसाली उर्फ दीपू को पकड़ा गया।
उनकी कार की तलाशी ली गई। कार में 20 पेटी अंग्रेजी शराब थी। ये शराब मध्यप्रदेश निर्मित है। पुलिस ने शराब के साथ क्रेटा वाहन सीजी 04 एनएल 6526 और स्वीफ्ट डिजायर सीजी 04 पीटी 7788, 5 मोबाइल फोन कुल 17 लाख का माल जब्त कर लिया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं।
आमतौर पर गांजे की बड़ी खेप के लिए तस्कर जिस वाहन में गांजा होता है, उसके लिए पायलेटिंग वाहन भी लगाते हैं। इसी तरह आरोपियों ने एक कार में शराब रखा था, तो एक कार से पायलेटिंग करते आ रहे थे।
कई आरोपी शामिल
शराब तस्करों के इस गिरोह में कई लोग शामिल हैं। एमपी से शराब भेजने वाले और रायपुर में शराब मंगाने वालों का पता लगाया जा रहा है। बताया जाता है कि इससे पहले भी तीनों युवक कई बार शराब ला चुके हैं। कई होटल, बार और ढाबों में सप्लाई कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले आमानाका इलाके में नकली होलोग्राम बनाने का मामला भी सामने आया है। इसमें भी शराब तस्करों का ही हाथ है। मास्टर माइंड अब तक नहीं पकड़ा गया है।
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